
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए की अगर उनके पास महिला से सम्बंधित कोई कंप्लेंट आती है तो उसपर तुरंत कार्रवाई की जाए और कोई अधिकारी लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग फरीदाबाद की जिला कार्यक्रम अधिकारी मीनाक्षी चौधरी, जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी हेमा कौशिक, सभी महिला थानों की एसएचओ, आईओ और संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
गुरुग्राम में एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती महिला के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले पर मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वह लगातार इस मामले पर अपडेट ले रही है और दोषी व्यक्ति को जल्द से जल्द पकड़कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक मामले की सुनवाई में जब महिला ने बताया कि उनकी चार बेटियां है और उनके पति ने दूसरी शादी कर ली तो इस पर महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु ने सुनवाई करते हुए निर्देश दिए कि बच्चियों के पिता से उनकी परवरिश का नियामनुसार मानदेय लिया जाये। वही एक और अन्य मामले में शादी शुदा होने के बाद भी लिविंग इन रिलेशन पार्टनर के साथ रहने वाले एक मेडिकल ऑफिसर पर कार्रवाई करते हुए उसको नियमानुसार सस्पेंड करने के निर्देश भी दिए।